REET Level 1 Syllabus 2025: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने REET Level 1 Syllabus 2025 in Hindi जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही REET परीक्षा 2025 आयोजन की घोषणा कर दी गई है। परीक्षा का आयोजन वर्ष 2025 में जनवरी के दूसरे सप्ताह में किया जाएगा। जो भी विद्यार्थी राजस्थान में 3rd ग्रेड शिक्षक बनना चाहते हैं उन सभी को राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) को उत्त्रीण करना होगा जिसके लिए आयोग ने निर्धारित पाठ्यक्रम जारी किया गया है।
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) 2025, REET Level 1 की तैयारी करने वाले सभी उम्मीदवारों को यहां दिए गए रीट लेवल 1st के पाठ्यक्रम और एग्जाम पैटर्न के आधार पर अपनी तैयारी अभी से शुरू कर देनी चाहिए। विद्यार्थी REET Level 1 Syllabus 2025 PDF को नीचे दिए गए लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं। रीट लेवल 1st के एग्जाम पैटर्न और सिलेबस को समझने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
REET Level 1 Syllabus 2025 Highlight
Name Of Exam | Rajasthan Eligibility Exam For Teachers (REET) |
Exam Organization | Rajasthan Subordinate Ministerial Staff Selection Board |
Exam | REET Level 1 |
Mode Of Exam | Offline |
Negative Marking | No |
Article | REET Level 1 Sylalbus 2025 |
Category | Syllabus |
Official Website | rsmssb.rajasthan.gov.in |
REET Level Syllabus 2025 क्या रीट का सिलेबस बदलेगा?
काफी विद्यार्थी प्रश्न कर रहे हैं क्या रीट 2025 का सिलेबस बदलेगा? बता दे की मदन दिलावर ने शिक्षामंत्री बनने के बाद तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के पैटर्न की समीक्षा करने की बात कही थी, लेकिन अब रीट की घोषणा के साथ ही यह तय हो गया है कि भर्ती के पैटर्न में फिलहाल कोई बदलाव के आसार नहीं है।
पिछले दिनों रीट को लेकर हुई बैठक में भी अध्यापक भर्ती के पैटर्न को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी इस बात के संकेत दिए कि फिलहाल अध्यापक भर्ती के पैटर्न में बदलाव को लेकर कोई मंथन नहीं चल रहा है। रीट की पात्रता प्राप्त करने वालों को एक ओर परीक्षा से गुजरना पड़ेगा।
REET Level 1 Exam Pattern 2025
रीट लेवल 1 एग्जाम पैटर्न में बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ, भाषा -1, भाषा -2 गणित और पर्यावरण अध्ययन विषय शामिल किए गए हैं। इनमें से भाषा -1 और भाषा -2 दोनों में हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी में से किसी एक-एक भाषा का चयन करना होगा। भाषा का चयन करते समय ध्यान रहे की भाषा -1 में चुनी गई भाषा को भाषा -2 में फिर से चयन नहीं कर सकते हैं। दोनों में अलग-अलग भाषा का चयन करना होगा। रीट लेवल 1 परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं है।
खंड | विषय | प्रश्न | अंक |
---|---|---|---|
I | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | 30 | 30 |
II | भाषा -1 हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, सिंधी, उर्दू, पंजाबी (कोई एक भाषा) | 30 | 30 |
III | भाषा -2 हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, सिंधी, उर्दू, पंजाबी (कोई एक भाषा) | 30 | 30 |
IV | गणित | 30 | 30 |
V | पर्यावरण अध्ययन | 30 | 30 |
कुल | 150 | 150 |
REET Level 1 Syllabus 2025 in Hindi
खंड -: I बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ (Child Development & Pedagogy)
- बाल विकास: वृद्धि एवं विकास की अवधारणा, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धांत, विकास को प्रभावित करने वाले कारक विशेषकर परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में तथा अधिगम से संबंध।
- आनुवंशिकता और पर्यावरण की भूमिका।
- Individual Differences: व्यक्तिगत अंतर का अर्थ, प्रकार और उसे प्रभावित करने वाले कारक।
- व्यक्तित्व: संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक, व्यक्तित्व का मापन।
- बुद्धि: संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ।
- विविध अधिगमकर्ताओं की समझ: पिछड़े, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित- वंचित, विशेष
- आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।
- अधिगम में आने वाली कठिनाइयां
- समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका।
- अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना।
- अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
- अधिगम के सिद्धान्त (व्यवहारवाद, गैस्टाल्टवाद, संज्ञानवाद, निर्मितिवाद) एवं इनके निहितार्थ।
- बच्चे सीखते कैसे है।
- अधिगम की प्रक्रियाएँ।
- चिन्तन, कल्पना एवं तर्क – निर्मितिवाद उपागम, आनुभविक अधिगम, संकल्पना-मानचित्रण, अन्वेषण एवं समस्या समाधान।
- अभिप्रेरणा एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ |
- शिक्षण अधिगम की प्रक्रियायें, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
- आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य।
- समग्र एवं सतत् मूल्यांकन।
- उपलब्धि परीक्षण का निर्माण।
- सीखने के प्रतिफल।
- क्रियात्मक अनुसन्धान।
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।
खंड II -: भाषा -1 हिन्दी, अंग्रेजी, सिंधी, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी (कोई एक भाषा)
भाषा -I हिन्दी
- एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न : पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशों के लिए एक शब्द, शब्दार्थ, शब्द शुद्धि।
- उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय।
- एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न : रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना। दिए गए शब्दों का वचन काल और लिंग बदलना।
- वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध।
- मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न।
- भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास।
- भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ, शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन।
- भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण।
भाषा -I अंग्रेजी
- Unseen Prose Passage
- Synonyms,
- Antonyms,
- Spellings,
- Word-formation,
- One Word Substitution
- Unseen Prose Passage
- Parts of Speech,
- Tenses,
- Determiners,
- Degrees of comparison
- Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration, Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols
- Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching
- Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: (Text books, Multi- Media Materials and other Resources)
- Comprehensive & Continuous Evaluation, Evaluation in English Language.
भाषा -I संस्कृत
- एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः
- शब्दरूप-धातुरूप-कारक-विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय-सन्धि समास-सर्वनाम-विशेषण अव्ययेषु प्रश्नाः-
- एकम् अपठितं गद्यांशम् राजस्थानस्य इतिहासं कलां संस्कृतिं चाधारीकृत्य निम्नलिखित – बिन्दुसम्बन्धिनः प्रश्नाः-
- रेखांकितपदेषुक्रियापद-चयन-वचन-लकार-लिंग-सन्धि समास-विशेष्य-विशेषणज्ञान- विलोमशब्द-प्रश्नाः ।
- लकारपरिवर्तन-प्रश्नाः (लट्-लड्-लृट्-विधिलिलकारेषु)
- संख्याज्ञान-माहेश्वर सूत्र-सम्बन्धिनः प्रश्नाः-
- संस्कृतानुवादः, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्-लकारस्य) वाक्येषु प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः ।
- (ⅰ) संस्कृतभाषा-शिक्षण-विधयः ।
- (ii) संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः ।
- संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्)
- संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि।
- संस्कृतभाषा-शिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिनः प्रश्नाः, मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकार-सततमूल्यांकनम् उपचारात्मकशिक्षणम् ।
भाषा -I उर्दू, सिंधी, गुजरती , पंजाबी भाषा को नीचे दी गई पीडीएफ में देखें।
खंड III: भाषा –II :- हिन्दी, अंग्रेजी, सिंधी, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी (कोई एक भाषा)
भाषा -II हिन्दी
- एक अपठित गद्यांश आधारित निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :
- युग्म शब्द, वाक्याशों के लिए एक शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय।
- संधि, समास, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, लिंग, वचन, काल, शब्द शुद्धि,।
- एक अपठित पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :-
- भाव सौंदर्य
- विचार सौंदर्य
- नाद सौंदर्य
- शिल्प सौंदर्य
- जीवन दृष्टि
- वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के भेद, पदबंध। मुहावरे, लोकोक्तियाँ, कारक चिह्न, अव्यय, विराम चिह्न।
- भाषा शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषायी दक्षता का विकास ।
- भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) शिक्षण अधिगम सामग्री-पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन ।
- भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन। उपचारात्मक शिक्षण ।
भाषा -II English
- Unseen Prose Passage
- Linking Devices, Subject-Verb Concord, Inferences
- Unseen Poem
- Identification of Alliteration, Simile, Metaphor Personification, Assonance, Rhyme
- Modal Auxiliaries, Common Idioms and Phrases Literary Terms Elegy, Sonnet, Short Story, Drama
- Basic knowledge of English Sounds and symbols.
- Principles of Teaching English, Communicative Approach to English Language Teaching, Challenges of Teaching English: Difficulties in learning English (role of home language, multilingualism).
- Methods of Evaluation, Remedial Teaching
भाषा -II संस्कृत
- एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः –
- शब्दरूप-धातुरूप-कारक विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय-सन्धि समास-लकार-सर्वनाम-विशेष्य-विशेषण – लिंग अव्ययेषु प्रश्नाः ।
- एकम् अपठितं पद्यांशं वा श्लोकम् राजस्थानस्य इतिहासं कलां संस्कृतिं चाधारीकृत्य निम्नलिखित- बिन्दुसम्बन्धिनः व्याकरण प्रश्नाः –
- सन्धि-समास-कारक-प्रत्यय-छन्द-अलंकार-विशेष्य-विशेषण-लिंगसम्बन्धिनः प्रश्नाः ।
- संख्याज्ञान-समयज्ञान-माहेश्वरसूत्राणां सम्बन्धिनः प्रश्नाः ।
- संस्कृतानुवादः, स्वर-व्यंजन-उच्चारणस्थानानि, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्लकार) अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः ।
- (i) संस्कृत-भाषा-शिक्षण-विधयः ।
- (ii) संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः ।
- (iii) संस्कृत शिक्षणाभिरुचिप्रश्नाः ।
- संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, संस्कृतशिक्षणे-अधिगमसाधनानि, संस्कृतशिक्षणे संप्रेषणस्यसाधनानि, संस्कृतपाठ्यपुस्तकानि । लेखनम्)
- संस्कृतभाषाशिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिनः प्रश्नाः,
- मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकाराः सततमूल्यांकनम् उपचारात्मक-शिक्षणम् ।
भाषा -II उर्दू, सिंधी, गुजरती , पंजाबी भाषा को नीचे दी गई पीडीएफ में देखें।
खण्ड IV:- REET Level 1 Math Syllabus in Hindi
- एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ – जोड़, बाकी, गुणा, भाग, भारतीय मुद्रा।
- भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्नँ, समान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, मिश्र भिन्नें, असमान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, भिन्नों की जोड़ बाकी, अभाज्य एवं संयुक्त संख्याएं, अभाज्य गुणनखण्ड, लघुत्तम समापवर्त्य (LCM), महत्तम समापवर्तक (HCF)।
- ऐकिक नियम, औसत, लाभ-हानि, सरल ब्याज ।
- समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितीय आकृतियों की विशेषतायें बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार। लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंध वर्गाकार तथा आयतकार वस्तुओं के पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप।
- गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिक गणित, आंकडो का प्रबंधन।
- औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियों द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएं, त्रुटि विश्लेषण एवं शिक्षण एवं अधिगम से संबंधित, निदानात्मक एवं उपराचारात्मक शिक्षण ।
खंड – V: पर्यावरण अध्ययन
पर्यावरण शिक्षाशास्त्र – अवधारणाओं को प्रस्तुत करने के तरीके, गतिविधियाँ, प्रयोग, व्यावहारिक कार्य, चर्चा, व्यापक और सतत मूल्यांकन, शिक्षण सामग्री और सहायता, शिक्षण की समस्याएँ, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी।
परिवार – व्यक्तिगत संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक दुर्व्यवहार (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बाल श्रम, चोरी), व्यसन (नशा, धूम्रपान) एवं इसके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम।
वस्त्र एवं आवास – विभिन्न मौसमों के लिए वस्त्र, घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हथकरघा एवं विद्युतकरघा, जीवों के आवास, विभिन्न
प्रकार के घर, घरों एवं आस-पास के क्षेत्रों की सफाई, घर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्रियां।
व्यवसाय – आपके आस-पास के व्यवसाय (कपड़े सिलना, बागवानी, खेती, पशुपालन, सब्जी विक्रेता आदि), लघु एवं कुटीर उद्योग,
राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां।
हमारी संस्कृति एवं सभ्यता – राजस्थान के राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय त्यौहार, मेले एवं उत्सव, राजस्थान की पोशाकें एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान एवं स्थापत्य कला; राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान पर गर्व करने वाली प्रमुख महान हस्तियां, राजस्थान की विरासत – किले, महल एवं स्मारक, राजस्थान की चित्रकलाएं, राजस्थान के लोक देवता।
परिवहन एवं संचार – परिवहन एवं संचार के साधन, पैदल यात्रियों एवं परिवहन के लिए नियम, यातायात प्रतीक, जीवन शैली पर संचार के साधनों का प्रभाव।
व्यक्तिगत स्वच्छता – हमारे शरीर के बाह्य अंग एवं उनकी स्वच्छता, शरीर के आंतरिक अंगों के बारे में सामान्य जानकारी, संतुलित आहार एवं उसका महत्व, सामान्य बीमारियाँ – गैस्ट्रोएन्टेराइटिस, अमीबायोसिस, मेथेमोग्लोबिन, एनीमिया, फ्लोरोसिस, मलेरिया, डेंगू, बीमारियों के कारण एवं बचाव के तरीके, पल्स पोलियो अभियान।
सजीव प्राणी – पौधों और जानवरों के संगठन के स्तर, जीवित जीवों में विविधता, राज्य पुष्प, राज्य वृक्ष, राज्य पक्षी, राज्य पशु, आरक्षित वन और वन्य जीवन – राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य, बाघ रिजर्व, विश्व धरोहर का ज्ञान, पौधों और जानवरों की प्रजातियों का संरक्षण, कृषि पद्धतियाँ।
जल – जल, वन, आर्द्रभूमि और रेगिस्तान का मूल ज्ञान, विभिन्न प्रकार के प्रदूषण और प्रदूषण नियंत्रण, जल गुण, स्रोत, प्रबंधन, राजस्थान में कलात्मक जल स्रोत, पेयजल और सिंचाई के स्रोत।
पृथ्वी और अंतरिक्ष – हमारा सौरमंडल, भारतीय अंतरिक्ष यात्री।
पर्वतारोहण- उपकरण, समस्याएं, भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही।
पर्यावरण अध्ययन की अवधारणा और दायरा – पर्यावरण अध्ययन का महत्व, एकीकृत पर्यावरण अध्ययन, विज्ञान पर्यावरण अध्ययन और पर्यावरण शिक्षा, सिद्धांत सीखना, दायरा और विज्ञान और सामाजिक विज्ञान से संबंध।
REET Level 1 Syllabus PDF Downlaod in Hindi
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